Posts

Showing posts with the label शेयर मार्केट

लिक्विडिटी स्वीप क्या है

Image
 लिक्विडिटी स्वीप क्या है और इसे  कैसे समझें ? लिक्विडिटी स्वीप एक ऐसा एरिया है जहाँ सेलर या बायर के अधिकांश stoploss एरिया है जिसे SMC यानि स्मार्ट मनी  या बिग प्लेयर द्वारा हिट किये जाते है जिसे हम लिक्विडिटी स्वीप कहते है | इसे हम चार्ट पे कुछ इस तरह से समझते लिक्विडिटी स्वीप क्या है और कैसे  बनता है    अपट्रेंड की दशा में  लिक्विडिटी  स्वीप को आसान भाषा में समझें  तो ये एक प्रकार का छोटे ट्रेडर्स का stoploss एरिया है जिसे बीग प्लेयर यानि बड़े ट्रेडर्स उस  एरिया को स्वीप करते है और कम कीमत में खरीदारी करके अत्यधिक मुनाफा कमाते है  डाउन ट्रेंड की दशा में लिक्विडिटी स्वीप  इस ट्रेंड में भी मार्केट ठीक अपट्रेंड की तरह ही व्यवहार करते है जैसे मार्केट लोअर हाई - लोअर हाई बनाते हुए नीचे की तरफ आते और कुछ स्विंग के बाद मार्केट अपट्रेंड की दिशा में चलने लगते है जहां लिक्विडिटी प्वाइंट होता है उसको स्वीप करते है और मार्केट फिर से अपने डाउन ट्रेंड में निरंतर चलने लगते है चार्ट की मदद से समझते है  लाइव चार्ट पे कुछ निम्न प्रकार से समझते है

मार्केट स्ट्रक्चर क्या है और कैसे बनता है ?

Image
  what is break of structure ? ब्रेक ऑफ़ स्ट्रक्चर BOS क्या है  ब्रेक ऑफ़ स्ट्रक्चर कुछ इस तरह से फॉर्म होता है जैसा की डायग्राम में दर्शाया गया है  UPTREND में मार्केट हायर हाई और हायर लो बनाते हुए ऊपर जाता है जिसे हम मार्केट स्ट्रक्चर कहते है  जब पहला HH के बाद हायर लो (HL) बनाते हुए  हायर हाई  (HH) को ब्रेक करता है उसे BOS यानि ब्रेक ऑफ़ स्ट्रक्चर कहा जाता है  DOWNTREND  में भी मार्केट हायर लो और लोअर लो बनाते हुए निचे जाता है जिससे चार्ट पे एक स्ट्रक्चर बनता है और लोअर लो को ब्रेक करने के बाद BOS यानि ब्रेक ऑफ़ स्ट्रक्चर बनता है इसे चार्ट पे कुछ इस प्रकार समझते है जैसा  WHAT IS CHANGE OF CHARACTER (CHOCH) क्या है ? चेंज ऑफ़ कैरेकटर यानि मार्केट की दिशा / ट्रेंड में बदलाव होता है इसे चित्र में  निम्न प्रकार से समझते है  Uptrend की दशा में CHOCH का फॉर्मेशन  अपट्रेंड में जब मार्केट मेजर हायर लो को ब्रेक करता है तो उसे CHOCH/चेंज ऑफ़ कैरेक्टर या इसे हम मार्केट की दिशा यानि ट्रेंड में परिवर्तन होना समझते है Downtrend की दशा में CHOCH का फॉर्मेशन इस ट्रेंड में भी मार्केट नया लो बनाने के बाद

शेयर मार्केट से कैसे कमाएं ?

Image
 Share market :-क्या आप भी कमाना चाहते है बहुत सारा पैसा तो आईए जानते मार्केट टिप्स के बारे में...... शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां आप पैसा जितना चाहो कमा सकते हो लेकिन सबसे पहले आपको मार्केट के बारे में नॉलेज होना अत्यन्त अनिवार्य है क्योंकि बिना जानकारी या अध्यन के मार्केट से पैसा नहीं कमा सकते बशर्ते पैसा गमा सकते हो तो इसलिए जरूरी है मार्केट के बारे में गहनता से जानकारी लेना और चार्ट रीडिंग करना।  अगर आप बिलकुल नए हो तो आपको कम से कम 2 साल आप यूट्यूब से शेयर मार्केट के बारे में सीखे कैंडल स्टिक क्या है, चार्ट पैटर्न क्या है , ब्रेक आउट - ब्रेक डाउन क्या होता है, सपोर्ट और रजिस्टेंस क्या होता है  डिमांड एंड सप्लाई जोन क्या होता है, चार्ट रीडिंग कैसे करते है,इक्विटी या इंडेक्स क्या है?आदि के बारे में जान ले फिर उसके बाद किसी अच्छे ब्रोकर एप जैसे  upstox ,zerodha,angel one,grow ईत्यादि से डिमैट खाता खुलवा के आप निवेश कर सकते है।   शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए: 1. **वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें**: पहले यह तय करें कि आप कितनी राशि निवेश करना

upstox में stoploss और TARGET कैसे लगाते है ?

Image
UPSTOX में STOPLOSS और TARGETलगाने का सही तरीका  सबसे पहले UPSTOX APP OPEN कर लेना है उसके बाद किसी स्टॉक या इंडेक्स  का चार्ट खोल लेना है फिर उसके बाद BUY L  BUTTON पे क्लिक करना है  फिर उसके बाद कुछ ऐसा इंटरफ़ेस देखने को मिलेगा . . . . . .               S  KSJ GTT पे क्लिक करने के बाद क्वांटिटी डालना है फिर उसके बाद STOPLOSS और टारगेट वाले बॉक्स को टिक कर देना है कुछ इस तरह से . . . . . . . . . 1. STOPLOSS वाले बॉक्स में अपने हिसाब से जैसे 10 रूपये का stoploss लेना चाहते है तो कीमत से 10 रूपये कम यानि कीमत 100रूपये है  तो SL 90 रूपये हो जायेगा  | 2. TARGET वाले बॉक्स में  कीमत से जितने रूपये का रखना चाहते है जैसे अगर आप 20 रूपये का रखना चाहते है तो टारगेट प्राइस 100+20=120 हो जायेगा  |

चार्ट पर SUPPORT और RESISTANCE कैसे ड्रा करें ?

Image
सबसे पहले आपको बता दे की सपोर्ट और रजिस्टेंस 2 प्रकार के होते है 1. हॉरिजॉन्टल और 2. वर्टीकल तो हम आपको पहले हॉरिजॉन्टल लाइन के ड्राइंग दिखता हूँ  1. हॉरिजॉन्टल सपोर्ट और रजिस्टेंस   किसी भी स्टॉक या इंडेक्स का चार्ट OPEN कर लेना फिर उसके बाद जितने भी लोअर लो मिनिमन 3 लोअर लो को एक रेखा से मिलान करें कुछ इस प्रकार से..... ये RESISTANCE लाइन है                                                      ये SUPPORTलाइन है   निचे वाला लाइन                                                                                            2.  वर्टीकल  सपोर्ट और रजिस्टेंस                               कुछ इस तरह से ड्रा किया जाता है |

शेयर मार्केट (बाजार)क्या है?

Image
 शेयर बाजार क्या है और कैसे निवेश किया जाता है? शेयर बाजार एक ऐसा निवेश बाजार है जहां लोग अच्छे कंपनियों का शेयर्स सस्ती दरों में खरीदारी और महंगी दरों में बिकवाली कर मुनाफा कमाते है, शेयर बाज़ार का अर्थ होता है एक संगठित वित्तीय बाज़ार जहां विभिन्न देशों की कंपनियों के शेयरों की खरीद और बिक्री होती है। शेयर बाज़ार में निवेशकों को शेयरों के माध्यम से कंपनी के मालिकाना हिस्सेदारी का मौका मिलता है। इसके आधार पर निवेशकों को आय और लाभ का हिस्सा मिलता है। शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए आपको पहले एक डीमैट खाता खोलना होगा, जिसमें आप शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए पंजीकृत होंगे। इसके बाद आप शेयर बाज़ार में उपलब्ध अलग-अलग कंपनियों के शेयरों में निवेश कर सकते हैं। शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए आपको बाज़ार के ताजगी की जानकारी, कंपनी के वित्तीय परफॉर्मेंस का विश्लेषण, अर्थव्यवस्था की स्थिति आदि का ध्यान रखना चाहिए। शेयर बाज़ार की कुछ मुख्य शाखाएं हैं: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange, NSE): भारत का प्रमुख शेयर बाज़ार है जहां कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते है  शेयर बाजार 

कैन्डल स्टिक पैटर्न क्या है ?

Image
 1. BULLISH HAMMER CANDLE STICK ये केंडल सटीक सामान्यतः चार्ट के सपोर्ट लाइन पे बनते है जिसका विक अपने बॉडी से तीन गुना ज्यादा होता है  कुछ इस प्रकार से                      इस कैन्डल का फॉर्मैशन सपोर्ट लाइन पे हुआ है तो आप आसानी से बाइ साइड ट्रेड ले सकते हो ।  2. BEARISH / INVERTED HAMMER CANDLE STICK ये केंडल सटीक सामान्यतः चार्ट के ऊपर यानि रेजिसटेन्स  लाइन पे बनते है जिसका विक लगभग अपने बॉडी  के  तिनगुना ज्यादा रहता है  इस CNDLESTICK का FORMATION अगर ऊपर यानि रेजिसटेन्स पे हुआ तो आप सेलिंग कर सकते हो | 3.Bullish harami pattern इस केंडल के फॉर्मेशन में पहले केंडल के मुकाबले दूसरा केंडल छोटा होता है और उनके हाई और लो के बीच में ही क्लोज होता है ऐसा पैटर्न अगर चार्ट के नीचे लाइन यानी सपोर्ट पे बने तो ट्रेंड बदल जाएगा यानी मार्केट उपर जाने का संकेत दे रही है तो आप buy कर सकते हो। 4. Bearish Harami pattern इस केंडल का फार्मेशन भी कुछ सेम रहता है जैसे पहला कैंडल हाई और लो के बिच में ही closing देता है  कुछ इस तरह से  लेकिन ध्यान रहे की इस  पैटर्न का फार्मेशन हमेशा टॉप यानि रेजिस्टेंस एरि